डॉ. महेश परिमल
समय मूल्यवान है, कीमती है, अनमोल है, अमोल है, इन सारी बातों को हम अच्छी तरह से समझते हैं, पर क्या हमने कभी सोचा कि हमारे आसपास समय के डकैत भी हैं। जो हमारा समय चुरा लेते हैं, हमें जीवन में पीछे धकेल देते हैं। जब हम कोई महत्वपूर्ण काम करना चाहते हैं, तब हमारे पास समय का अभाव होता है। जिन्होंने जीवन में विफलता का स्वाद चखा है, वे अच्छी तरह से जानते हैं कि उनका समय कब, कहाँ, किस तरह और किसने बरबाद किया है। विफलता के बाद ही हमें याद आता है कि हमारा कितना समय बरबाद हुआ। सफल वही, जिसने समय को बरबाद नहीं किया। आशय यही है कि हम सबके जीवन में टाइम रॉबर और टाइम सेवर काम करते हैं। टाइम रॉबर समय बरबाद करते हैं और टाइम सेवर जीवन सँवारते हैं। हमें इनको पहचानना होगा। अपने अनुभवों से ही हम इन्हें पहचान सकते हैं, क्योंकि दोनों में कोई विशेष भेद नहीं है। बहुत ही बारीक लकीर इन दोनों को विभाजित करती है। हमने अक्सर देखा होगा कि कुछ लोग कभी-कभी बातचीत में इतने अधिक तल्लीन हो जाते हैं कि उन्हें समय का भान ही नहीं होता। इस बीच वे अपने कई आवश्यक काम नहीं कर पाते। यहाँ दोनों ही परस्पर टाइम रॉबर हैं। दोनों ने एक-दूसरे का समय बरबाद किया। एक ओर जहाँ सार्थक बातचीत हमें कुछ सबक देती है, तो दूसरी तरफ निरर्थक बातचीत भी वह सबक देती है कि इस प्रकार की बातचीत में समय लगाना अच्छी बात नहीं है। जहाँ हमारा समय किसी काम नहीं आ रहा है, न हमारे और न ही किसी अन्य के लिए, तो समझो, वहाँ टाइम रॉबर काम कर रहा है। टाइम सेवर का एक छोटा सा रूप आप पानी-पूरी खिलाने वाले के पास देख सकते हैं, किस तरह से वह कई ग्राहकों को एक साथ पानी-पूरी देता है, उन्हें गिन भी लेता है, साथ-साथ ग्राहकों की पसंद के अनुसार पानी-पूरी तैयार करता है। एक साथ कई काम करने के बाद भी वह स्वयं को चुस्त-दुरुस्त रखता है।
कई बार ऐसा होता है कि हम कहीं जा रहे हैं, तो कोई हमसे कहता है कि आगे रास्ता खराब है, आप नहीं जा पाएँगे। उस समय वह हमें टाइम रॉबर के रूप में दिखाई देता है। यदि आगे जाकर सचमुच ही रास्ता खराब मिलता है, तो वही व्यक्ति हमारे लिए टाइम सेवर बन जाता है। बस इतना ही फर्क होता है दोनों में। अक्सर ऐसा होता है, जिसे हम टाइम सेवर मानते हैं, वह टाइम रॉबर निकलता है। कभी इसके विपरीत भी होता है। टाइम रॉबर की सक्रियता अक्सर महिलाओं में अधिक होती है। पर पुरुष भी किसी मामले में पीछे नहीं होते। आप स्वयं अनुभव करें। कभी-कभी किसी काम में हमें आवश्यकता से अधिक समय लगता है। इसका आशय यही है कि वहाँ टाइम रॉबर काम कर रहा है। कभी कोई काम आसानी से हो जाता है, तो अनजाने में हमारा टाइम सेवर हमें काम आता है। आप यदि तय कर लें कि इस काम में हमें इससे अधिक समय नहीं देना है, तो बस आप हो गए टाइम सेवर। कंप्यूटर पर बैठने वाले कई बार घंटों ई मेल चेक करने और जवाब देने में ही लगा देते हैं। जबकि उससे आवश्यक काम उनका इंतजार कर रहे होते हैं। निंदा पुराण, साड़ी पुराण, ईष्र्या पुराण आदि टाइम रॉबर के ही रूप हैं। दूसरी ओर संतों के प्रवचन सुनना, अपने आराध्य की पूजा करना, बच्चों के साथ बच्चा बनकर खेलना और वह काम करना जिसमें आपकी रुचि हो, ये सब हमारे टाइम सेवर हैं।
आजकल बच्चों का काफी समय इंटरनेट पर फेसबुक में समय जाया होता है। इसे वे नहीं समझ पाते। पर बाद में जब कई काम उनसे नहीं हो पाते, तब समझ में आता है कि उन्होंने कितना समय खराब कर दिया। जो लोग अपना टेबल साफ नहीं रख सकते, टाइम रॉबर उसका सबसे बड़ा दुश्मन है। ऐसा दुश्मन, जो उसे कभी सही समय पर सही काम करने नहीं देगा। टाइम रॉबर को समझने के लिए विद्यार्थी की किताबें-कापियाँ, कपड़े, बेग आदि देखकर ही पर्याप्त हैं। करीने से रखी हुई हर चीज यह बताती है कि टाइम सेवर उनके साथ है। बेतरतीब चीजों के अटाले के पास टाइम रॉबर ही मिलेंगे। हाँ इन अटालों से आप कोई उपयोगी चीज निकाले लें, वही होगा आपका टाइम सेवर। जो समय बचाने में हमारी मदद करे, वही है सच्चा टाइम सेवर। समय बरबाद करने के कारक हमारे आसपास ही बिखरे हैं। बस जरा ध्यान से देखें, तो समझ में आ जाएगा कि कौन हमारा जीवन संवारने में मददगार है। हर किसी को अपना समय देने की एक सीमा होती है, जो प्रेमिका या प्रेमी को आवश्यकता से अधिक समय देते हैं, उससे बड़ा टाइम रॉबर और कोई हो ही नहीं सकता। जो विफल रहे हैं, उनके जीवन में टाइम रॉबर की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। टाइम रॉबर हमें समय को खोना सिखाते हैं और टाइम सेवर समय को बोना सिखाते हैं। समय बरबाद करने का काम टाइम रॉबर करते हैं और समय को बोने का काम टाइम सेवर। यह आप पर निर्भर है कि आप किसे अपना दोस्त बनाना चाहते हैं? इससे भी आवश्यक यह है कि हमें इसकी भी जाँच और पहचान कर लेनी चाहिए कि कहीं हम ही तो किसी के लिए टाइम रॉबर तो नहीं हैं?
डॉ. महेश परिमल
समय मूल्यवान है, कीमती है, अनमोल है, अमोल है, इन सारी बातों को हम अच्छी तरह से समझते हैं, पर क्या हमने कभी सोचा कि हमारे आसपास समय के डकैत भी हैं। जो हमारा समय चुरा लेते हैं, हमें जीवन में पीछे धकेल देते हैं। जब हम कोई महत्वपूर्ण काम करना चाहते हैं, तब हमारे पास समय का अभाव होता है। जिन्होंने जीवन में विफलता का स्वाद चखा है, वे अच्छी तरह से जानते हैं कि उनका समय कब, कहाँ, किस तरह और किसने बरबाद किया है। विफलता के बाद ही हमें याद आता है कि हमारा कितना समय बरबाद हुआ। सफल वही, जिसने समय को बरबाद नहीं किया। आशय यही है कि हम सबके जीवन में टाइम रॉबर और टाइम सेवर काम करते हैं। टाइम रॉबर समय बरबाद करते हैं और टाइम सेवर जीवन सँवारते हैं। हमें इनको पहचानना होगा। अपने अनुभवों से ही हम इन्हें पहचान सकते हैं, क्योंकि दोनों में कोई विशेष भेद नहीं है। बहुत ही बारीक लकीर इन दोनों को विभाजित करती है। हमने अक्सर देखा होगा कि कुछ लोग कभी-कभी बातचीत में इतने अधिक तल्लीन हो जाते हैं कि उन्हें समय का भान ही नहीं होता। इस बीच वे अपने कई आवश्यक काम नहीं कर पाते। यहाँ दोनों ही परस्पर टाइम रॉबर हैं। दोनों ने एक-दूसरे का समय बरबाद किया। एक ओर जहाँ सार्थक बातचीत हमें कुछ सबक देती है, तो दूसरी तरफ निरर्थक बातचीत भी वह सबक देती है कि इस प्रकार की बातचीत में समय लगाना अच्छी बात नहीं है। जहाँ हमारा समय किसी काम नहीं आ रहा है, न हमारे और न ही किसी अन्य के लिए, तो समझो, वहाँ टाइम रॉबर काम कर रहा है। टाइम सेवर का एक छोटा सा रूप आप पानी-पूरी खिलाने वाले के पास देख सकते हैं, किस तरह से वह कई ग्राहकों को एक साथ पानी-पूरी देता है, उन्हें गिन भी लेता है, साथ-साथ ग्राहकों की पसंद के अनुसार पानी-पूरी तैयार करता है। एक साथ कई काम करने के बाद भी वह स्वयं को चुस्त-दुरुस्त रखता है।
कई बार ऐसा होता है कि हम कहीं जा रहे हैं, तो कोई हमसे कहता है कि आगे रास्ता खराब है, आप नहीं जा पाएँगे। उस समय वह हमें टाइम रॉबर के रूप में दिखाई देता है। यदि आगे जाकर सचमुच ही रास्ता खराब मिलता है, तो वही व्यक्ति हमारे लिए टाइम सेवर बन जाता है। बस इतना ही फर्क होता है दोनों में। अक्सर ऐसा होता है, जिसे हम टाइम सेवर मानते हैं, वह टाइम रॉबर निकलता है। कभी इसके विपरीत भी होता है। टाइम रॉबर की सक्रियता अक्सर महिलाओं में अधिक होती है। पर पुरुष भी किसी मामले में पीछे नहीं होते। आप स्वयं अनुभव करें। कभी-कभी किसी काम में हमें आवश्यकता से अधिक समय लगता है। इसका आशय यही है कि वहाँ टाइम रॉबर काम कर रहा है। कभी कोई काम आसानी से हो जाता है, तो अनजाने में हमारा टाइम सेवर हमें काम आता है। आप यदि तय कर लें कि इस काम में हमें इससे अधिक समय नहीं देना है, तो बस आप हो गए टाइम सेवर। कंप्यूटर पर बैठने वाले कई बार घंटों ई मेल चेक करने और जवाब देने में ही लगा देते हैं। जबकि उससे आवश्यक काम उनका इंतजार कर रहे होते हैं। निंदा पुराण, साड़ी पुराण, ईष्र्या पुराण आदि टाइम रॉबर के ही रूप हैं। दूसरी ओर संतों के प्रवचन सुनना, अपने आराध्य की पूजा करना, बच्चों के साथ बच्चा बनकर खेलना और वह काम करना जिसमें आपकी रुचि हो, ये सब हमारे टाइम सेवर हैं।
आजकल बच्चों का काफी समय इंटरनेट पर फेसबुक में समय जाया होता है। इसे वे नहीं समझ पाते। पर बाद में जब कई काम उनसे नहीं हो पाते, तब समझ में आता है कि उन्होंने कितना समय खराब कर दिया। जो लोग अपना टेबल साफ नहीं रख सकते, टाइम रॉबर उसका सबसे बड़ा दुश्मन है। ऐसा दुश्मन, जो उसे कभी सही समय पर सही काम करने नहीं देगा। टाइम रॉबर को समझने के लिए विद्यार्थी की किताबें-कापियाँ, कपड़े, बेग आदि देखकर ही पर्याप्त हैं। करीने से रखी हुई हर चीज यह बताती है कि टाइम सेवर उनके साथ है। बेतरतीब चीजों के अटाले के पास टाइम रॉबर ही मिलेंगे। हाँ इन अटालों से आप कोई उपयोगी चीज निकाले लें, वही होगा आपका टाइम सेवर। जो समय बचाने में हमारी मदद करे, वही है सच्चा टाइम सेवर। समय बरबाद करने के कारक हमारे आसपास ही बिखरे हैं। बस जरा ध्यान से देखें, तो समझ में आ जाएगा कि कौन हमारा जीवन संवारने में मददगार है। हर किसी को अपना समय देने की एक सीमा होती है, जो प्रेमिका या प्रेमी को आवश्यकता से अधिक समय देते हैं, उससे बड़ा टाइम रॉबर और कोई हो ही नहीं सकता। जो विफल रहे हैं, उनके जीवन में टाइम रॉबर की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। टाइम रॉबर हमें समय को खोना सिखाते हैं और टाइम सेवर समय को बोना सिखाते हैं। समय बरबाद करने का काम टाइम रॉबर करते हैं और समय को बोने का काम टाइम सेवर। यह आप पर निर्भर है कि आप किसे अपना दोस्त बनाना चाहते हैं? इससे भी आवश्यक यह है कि हमें इसकी भी जाँच और पहचान कर लेनी चाहिए कि कहीं हम ही तो किसी के लिए टाइम रॉबर तो नहीं हैं?
डॉ. महेश परिमल
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