प्रेम कुमार
फिल्मों में बरसात या उसमें फिल्माए गाने फिल्म का अहम हिस्सा रहे है और इनका इस्तेमाल फिल्मकार अपनी फिल्म को हिट बनाने के लिए अक्सर करते आए हैं। फिल्म इंडस्ट्री का इतिहास देखा जाए तो सबसे पहले संभवतघ् वर्ष 1941 में प्रदíशत फिल्म खजांची में बरसात पर आधारित ‘सावन के नजारे हैं अहा अहा’ गीत फिल्माया गया था। हालांकि इसके बाद भी बरसात पर आधारित कुछ गीत फिल्माए गए, लेकिन वर्ष 1949 में प्रदíशत फिल्म बरसात में फिल्म अभिनेत्री निम्मी पर ‘बरसात में हमसे मिले तुम सजन ’ गाना बारिश में फिल्माया गया, जो बरसात पर आधारित पहला सुपरहिट गीत बना। यूं तो फिल्म इंडस्ट्री में ना जाने कितनी फिल्में बनी होंगी, जिसमें बारिश के दृश्य या गाने फिल्माए गए होंगे, लेकिन वर्ष 1955 में प्रदíशत फिल्म श्री 420 की बात कुछ और ही है। तो यूं तो फिल्म श्री 420 कई कारणों से याद की जाती है, लेकिन फिल्म में राजकपूर और नरगिस बारिश में पर फिल्माया गाना ‘प्यार हुआ इकरार हुआ’ का फिल्मांकन इतने सजीव तरीके से पेश किया गया कि इसकी याद दर्शकों के दिल में आज भी ताजातरीन है। बरसात पर आधारित गीतों में वर्ष 1958 में प्रदíशत फिल्म चलती का नाम गाड़ी का नाम भी उल्लेखनीय है। तीन भाइयों की कहानी पर आधारित फिल्म की कहानी में बारिश से कोई मेल नही था, लेकिन एक दृश्य में जब अभिनेत्री मधुबाला बारिश से भींगने से बचने के लिए अभिनेता किशोर कुमार के गैरेज में शरण लेती है, तो उसे देख किशोर कुमार प्यार करने लगते हैं और उसे खुश करने के लिए ‘एक लड़की भीगी भागी सी’ गीत गाते हैं तो यह फिल्म की जान बन जाती है और यह गीत आज भी सिने प्रेमी नही भूल पाए है।
नृत्य और संगीत की बात हो और अभिनेता शम्मी कपूर का जिक्र ना आए ऐसा संभव नही है। इसी क्रम में वर्ष 1962 में प्रदíशत फिल्म ‘दिल तेरा दीवाना’ में शंकर जयकिशन के संगीतबद्ध गीत ‘दिल तेरा दीवाना है सनम’ का जिक्र करना लाजमी है जो बरसात में ही फिल्माए गए थे। संभवत दिल तेरा दीवाना है सनम बरसात में फिल्माए गीत में पहले गानों में एक है, जब उसका फिल्मांकन स्टूडियो के सेट में न होकर आउट डोर लोकेशन में किया गया। इस गीत में शम्मीकपूर अपनी विशेष नृत्य शैली से अभिनेत्नी माला सिन्हा को रिझाने का प्रयास करते हैं। वर्ष 1980 में एक फिल्म प्रदíशत हुई थी ‘नमक हलाल’ यूं तो इस फिल्म के सारे गीत हिट हुए थे, लेकिन फिल्म में एक गाना ऐसा भी था जो बारिश में फिल्माया गया था, जिसे दर्शक आज भी नही भूल पाए हैं। अभिनेता अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गाना ‘आज रपट जाए तो हमें ना उठइयो’ गाने के माध्यम से अमिताभ बच्चन बारिश की फुहारों के बीच स्मिता पाटिल से अपने प्यार का इजहार कुछ इस तरीके से करते है कि दर्शक हंसते हंसते लोटपोट हो जाते हैं। ¨कग ऑफ रोमांस दिवंगत यश चोपड़ा अक्सर अपनी फिल्मों में बारिश के गीत का फिल्मांकन करते आए हैं। इनमें फिल्म चांदनी के गीत ‘लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है’ और दिल्वाले दुल्हनिया ले जाएंगे के गीत ‘मेरे ख्वाबो में जो आए’ सिने दर्शका के बीच आज भी लोकप्रिय है। इसके अलावा ये दिल्लगी में देखो जरा देखा बरखा की झड़ी और दिल तो पागल है में कोई लड़की है जब वो गाती है गीत भी बारिश में ही फिल्माए है। देखा जाए तो फिल्मों में बारिश का इस्तेमाल फिल्मकार नायक और नायिका के प्रेम के इजहार के रूप में करते हैं, लेकिन कुछ मौके पर बारिश की मांग किसी शुभ काम के लिए की जाती है। ऐसे ही गानों में फिल्म गाइड का गाना अल्लाह मेघ दे और लगान का गाना काले मेघा काले मेघा खास तौर पर उल्लेखनीय है1
इन सबके साथ ही बरसात के गाने के माध्यम से विरह की आग प्रेमियो को किस प्रकार जलाती है उसे पेश किया जाता रहा है। ऐसे गानो में फिल्म जख्मी का गीत जलता है जिया मेरा भीगी भीगी रातो में और दो बदन का गीत जब चली ठंडी हवा जब उठे काली घटा मुझको ऐ जाने वफा तुम याद आए । इसके अलावा बरसात के गीत के माध्यम से मस्ती को भी दिखाया गया है। फिल्म छलिया का गीत डम डम डिगा डिगा मौसम भीगा भीगा या गोपी किशन का गीत छतरी ना खोल बरसात में प्रमुख है। इन सबके साथ ही फिल्मकारो ने बरसात को ध्यान में रखते हुए कई फिल्मो का निर्माण किया। इन फिल्मों में बरसात बरसात की एक रात आया सावन झूम के सावन को आने दो, सावन भादों, मानसून वेडिग, सोलहवा सावन, बिन बादल बरसात, बादल जैसी कई फिल्में शामिल हैं। इसी तरह कई फिल्मकार ने अपनी फिल्मों में बारिश के गाने फिल्माए हैं, जो आज भी श्रोताओं की जुबान पर चढ़े हुए हैं। ऐसे ही गानों में शामिल लंबी फेहरिस्त में कुछ है बरसात में हमसे मिले तुम सजन, ये रात भीगी भीगी, बरखा रानी जरा जमके बरसो, ¨जदगी भर नही भूलेगी वो बरसात की रात, काली घटा छाए मोरा, हरियाला सावन ढोल बजाता आया, रिमझिम के तराने लेके आई बरसात, ओ सजना बरखा बहार आयी सावन का महीना पवन करे शोर मेघा छाई आधी रात रिमझिम के गीत सावन गाए भीगी भीगी रातो में रिमझिम गिरे सावन काटे नही कटते दिन ये रात टिप टिप टिपटिप बारिश शुरू हो गयी रिमझिम रिमझिम, मेरे ख्वाबों में जो आए, टिप टिप बरसा पानी, दिल ये बेचैन रे, जो हाल दिल का, सांसों को सांसों से, बरसो रे मेघा आदि शामिल है।
फिल्मों में बरसात या उसमें फिल्माए गाने फिल्म का अहम हिस्सा रहे है और इनका इस्तेमाल फिल्मकार अपनी फिल्म को हिट बनाने के लिए अक्सर करते आए हैं। फिल्म इंडस्ट्री का इतिहास देखा जाए तो सबसे पहले संभवतघ् वर्ष 1941 में प्रदíशत फिल्म खजांची में बरसात पर आधारित ‘सावन के नजारे हैं अहा अहा’ गीत फिल्माया गया था। हालांकि इसके बाद भी बरसात पर आधारित कुछ गीत फिल्माए गए, लेकिन वर्ष 1949 में प्रदíशत फिल्म बरसात में फिल्म अभिनेत्री निम्मी पर ‘बरसात में हमसे मिले तुम सजन ’ गाना बारिश में फिल्माया गया, जो बरसात पर आधारित पहला सुपरहिट गीत बना। यूं तो फिल्म इंडस्ट्री में ना जाने कितनी फिल्में बनी होंगी, जिसमें बारिश के दृश्य या गाने फिल्माए गए होंगे, लेकिन वर्ष 1955 में प्रदíशत फिल्म श्री 420 की बात कुछ और ही है। तो यूं तो फिल्म श्री 420 कई कारणों से याद की जाती है, लेकिन फिल्म में राजकपूर और नरगिस बारिश में पर फिल्माया गाना ‘प्यार हुआ इकरार हुआ’ का फिल्मांकन इतने सजीव तरीके से पेश किया गया कि इसकी याद दर्शकों के दिल में आज भी ताजातरीन है। बरसात पर आधारित गीतों में वर्ष 1958 में प्रदíशत फिल्म चलती का नाम गाड़ी का नाम भी उल्लेखनीय है। तीन भाइयों की कहानी पर आधारित फिल्म की कहानी में बारिश से कोई मेल नही था, लेकिन एक दृश्य में जब अभिनेत्री मधुबाला बारिश से भींगने से बचने के लिए अभिनेता किशोर कुमार के गैरेज में शरण लेती है, तो उसे देख किशोर कुमार प्यार करने लगते हैं और उसे खुश करने के लिए ‘एक लड़की भीगी भागी सी’ गीत गाते हैं तो यह फिल्म की जान बन जाती है और यह गीत आज भी सिने प्रेमी नही भूल पाए है।
नृत्य और संगीत की बात हो और अभिनेता शम्मी कपूर का जिक्र ना आए ऐसा संभव नही है। इसी क्रम में वर्ष 1962 में प्रदíशत फिल्म ‘दिल तेरा दीवाना’ में शंकर जयकिशन के संगीतबद्ध गीत ‘दिल तेरा दीवाना है सनम’ का जिक्र करना लाजमी है जो बरसात में ही फिल्माए गए थे। संभवत दिल तेरा दीवाना है सनम बरसात में फिल्माए गीत में पहले गानों में एक है, जब उसका फिल्मांकन स्टूडियो के सेट में न होकर आउट डोर लोकेशन में किया गया। इस गीत में शम्मीकपूर अपनी विशेष नृत्य शैली से अभिनेत्नी माला सिन्हा को रिझाने का प्रयास करते हैं। वर्ष 1980 में एक फिल्म प्रदíशत हुई थी ‘नमक हलाल’ यूं तो इस फिल्म के सारे गीत हिट हुए थे, लेकिन फिल्म में एक गाना ऐसा भी था जो बारिश में फिल्माया गया था, जिसे दर्शक आज भी नही भूल पाए हैं। अभिनेता अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गाना ‘आज रपट जाए तो हमें ना उठइयो’ गाने के माध्यम से अमिताभ बच्चन बारिश की फुहारों के बीच स्मिता पाटिल से अपने प्यार का इजहार कुछ इस तरीके से करते है कि दर्शक हंसते हंसते लोटपोट हो जाते हैं। ¨कग ऑफ रोमांस दिवंगत यश चोपड़ा अक्सर अपनी फिल्मों में बारिश के गीत का फिल्मांकन करते आए हैं। इनमें फिल्म चांदनी के गीत ‘लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है’ और दिल्वाले दुल्हनिया ले जाएंगे के गीत ‘मेरे ख्वाबो में जो आए’ सिने दर्शका के बीच आज भी लोकप्रिय है। इसके अलावा ये दिल्लगी में देखो जरा देखा बरखा की झड़ी और दिल तो पागल है में कोई लड़की है जब वो गाती है गीत भी बारिश में ही फिल्माए है। देखा जाए तो फिल्मों में बारिश का इस्तेमाल फिल्मकार नायक और नायिका के प्रेम के इजहार के रूप में करते हैं, लेकिन कुछ मौके पर बारिश की मांग किसी शुभ काम के लिए की जाती है। ऐसे ही गानों में फिल्म गाइड का गाना अल्लाह मेघ दे और लगान का गाना काले मेघा काले मेघा खास तौर पर उल्लेखनीय है1
इन सबके साथ ही बरसात के गाने के माध्यम से विरह की आग प्रेमियो को किस प्रकार जलाती है उसे पेश किया जाता रहा है। ऐसे गानो में फिल्म जख्मी का गीत जलता है जिया मेरा भीगी भीगी रातो में और दो बदन का गीत जब चली ठंडी हवा जब उठे काली घटा मुझको ऐ जाने वफा तुम याद आए । इसके अलावा बरसात के गीत के माध्यम से मस्ती को भी दिखाया गया है। फिल्म छलिया का गीत डम डम डिगा डिगा मौसम भीगा भीगा या गोपी किशन का गीत छतरी ना खोल बरसात में प्रमुख है। इन सबके साथ ही फिल्मकारो ने बरसात को ध्यान में रखते हुए कई फिल्मो का निर्माण किया। इन फिल्मों में बरसात बरसात की एक रात आया सावन झूम के सावन को आने दो, सावन भादों, मानसून वेडिग, सोलहवा सावन, बिन बादल बरसात, बादल जैसी कई फिल्में शामिल हैं। इसी तरह कई फिल्मकार ने अपनी फिल्मों में बारिश के गाने फिल्माए हैं, जो आज भी श्रोताओं की जुबान पर चढ़े हुए हैं। ऐसे ही गानों में शामिल लंबी फेहरिस्त में कुछ है बरसात में हमसे मिले तुम सजन, ये रात भीगी भीगी, बरखा रानी जरा जमके बरसो, ¨जदगी भर नही भूलेगी वो बरसात की रात, काली घटा छाए मोरा, हरियाला सावन ढोल बजाता आया, रिमझिम के तराने लेके आई बरसात, ओ सजना बरखा बहार आयी सावन का महीना पवन करे शोर मेघा छाई आधी रात रिमझिम के गीत सावन गाए भीगी भीगी रातो में रिमझिम गिरे सावन काटे नही कटते दिन ये रात टिप टिप टिपटिप बारिश शुरू हो गयी रिमझिम रिमझिम, मेरे ख्वाबों में जो आए, टिप टिप बरसा पानी, दिल ये बेचैन रे, जो हाल दिल का, सांसों को सांसों से, बरसो रे मेघा आदि शामिल है।
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