प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिलिकॉन वैली के दौरे के दौरान दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनियों के बीच अपनी जबरदस्त छाप छोड़ी है। कैलिफोर्निया के सैन जोस में डिजिटल इंडिया ईवेंट को संबोधित करते हुए मोदी ने सामाजिक परिवर्तन का सारा श्रेय इन्हीं तकनीकी कंपनियों को दिया। यह मोदी का ही जादू है कि दुनिया की गूगल, माइक्रोसॉफ्ट व क्वॉलकॉम जैसी प्रमुख आईटी कंपनियों ने भारत के लिए कई योजनाएं शुरू करने की घोषणा की है। मोदी के दौरे को अन्य चीजों के साथ पांच महत्वपूर्ण उपलब्धियों के लिए भी जाना जा रहा है।
यह हैं इन प्रमुख कंपनियों की योजनाएं
क्वॉलकॉम
भारत में मोबाइल और इंटरनेट के क्षेत्र में क्वॉकॉम कंपनी 150 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी। क्वॉलकॉम के सीईओ पॉल जैकब ने कहा, ‘भारत में लोकल स्तर पर इंटरनेट को बढ़ावा (Internet of Everything) देने के लिए कंपनी स्टार्टअप के रूप में 150 मिलियन डॉलर का खर्च करेगी।’
माइक्रोसॉफ्ट
माइक्रोसॉफ्ट ने भारतीय डाटा सेंटर से क्लाउड सर्विस उपलब्ध कराने की घोषणा की है। माइक्रोसाफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने ने कहा कि उनकी कंपनी 5 लाख गांवों में सस्ती ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के लिए मदद करेगी। साथ ही माइक्रोसॉफ्ट भारत में अगले हफ्ते से क्लाउड आधारित आधुनिक डेटा सेंटर लगाएगी। इसे भी मोदी की एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। इसके अलावा माइक्रोसाफ्ट के साथ मिलकर सरकार 500000 गांवों में कम खर्च में इंटर
उपलब्ध कराएगी। जानकारों का मानना है कि यह पार्टनरशिप भारत के गांवों की तस्वीर बदलकर रख देगी, क्योंकि भारत की अधिकांश जनसंख्या गांवों में रहती है।
गूगल
देश के 500 रेलवे स्टेशनों पर गूगल की सहायता से मुफ्त वाईफाई की सुविधा मिलेगी। भारतीय रेलवे के साथ हुए समझौते के बारे में गूगल का कहना है कि एक महीने के अंदर पहला स्टेशन ऑनलाइन हो जाएगा। नेटवर्क के विस्तार के साथ ही वर्ष 2016 के अंत तक भारत के 100 सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों को इस सुविधा से जोड़ दिया जाएगा।
गूगल के प्रमुख सुंदर पिचाई ने कहा, ‘यह भारत में सबसे बडा मुफ्त वाईफाई प्रोजेक्ट होगा।’ गौरतलब है कि पिचाई का जन्म भारत में हुआ है।
इसके अलावा भारत में गूगल पर गुजराती समेत दस भाषाअें में टाइप किया जा सकेगा।
सुंदर पिचाई ने कहा कि डिजिटल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए यह काफी जरूरी है कि लोग अपनी भाषा में टाइप कर सकें। पिचाई ने घोषणा की कि अगले महीने से गूगल पर लोग 10 विभिन्न भाषाओं में टाइप कर सकेंगे, जिसमें गुजराती भी शामिल होगी।
पिचाई ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि भारत के लोग गूगल को अपनी भाषा में ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर सकें। इससे उन लोगों को काफी फायदा होगा जिनकी अंग्रेजी ठीक नहीं है। इसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं और पिछली साल हमने भारतीय भाषाओं के साथ गठजोड़ किया था। इसमें हिन्दी वॉयस सर्च (Hindi Voice Search) भी शामिल था।’
इस बारे में सिलिकॉन वैली में टॉप कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक में मोदी ने कहा, ‘हम पब्लिक वाईफाई हॉटस्पॉट (सार्वजनिक स्थानों पर नि:शुल्क वाईफाई सेवा) का विस्तार कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि मुफ्त वाईफाई की सुविधा सिर्फ एयरपोर्ट के वीआईपी लाउन्ज में ही न रहे बल्कि हम उसे रेलवे स्टेशनों पर भी उपलब्ध कराना चाहते हैं। गूगल के साथ मिलकर जल्द ही हम500 रेलचे स्टेशनों केा कवर कर लेंगे।’
एप्पल
मोदी और एप्पल के सीईओ टिम कुक की मुलाकात के बाद एप्पल भारत में मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट लगाने पर विचार कर रही है।
टेस्ला
इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला ने भारत में सोलर एनर्जी के साझा इस्तेमाल पर चर्चा की है।
गौरतलब है कि देश में इलेक्ट्रोनिक कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल के शुरुआत में डिजिटल इंडिया वीक (Digital India week) लॉन्च किया था।
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