शनिवार, 7 सितंबर 2019

हमें आरक्षण से कोई आपत्ति नहीं है !

हमें आरक्षण से कोई आपत्ति नहीं है !
   
        समस्या तो यह है कि ~
जिसको आरक्षण दिया जा रहा है , वो 
सामान्य आदमी बन ही नहीं पा रहा है !
        समय सीमा तय हो कि ~
         वह सामान्य नागरिक
          कब तक बन जायेगा ?

किसी व्यक्ति को आरक्षण दिया गया और 
वो किसी सरकारी नौकरी में आ गया !
अब उसका वेतन ₹5500 से ₹50000 व 
इससे भी अधिक है , पर जब उसकी 
संतान हुई तो वह भी पिछडी ही पैदा हुई ,
          और ... हो गई शुरुआत !

उसका जन्म हुआ प्राईवेट अस्पताल में ~
  पालन पोषण हुआ राजसी माहोल में ~
      फिर भी वह गरीब पिछड़ा और 
    सवर्णों के अत्याचार का मारा  हुआ ?

उसका पिता लाखों रूपए सालाना कमा 
  रहा है , तथा उच्च पद पर आसीन है !
    सारी सरकारी सुविधाएं  ले रहा है !
           वो खुद जिले के ...
 सबसे अच्छे स्कूल में पढ़ रहा है , और 
   सरकार ... उसे पिछड़ा मान रही है !
     सदियों से सवर्णों के ...
      अत्याचार का शिकार मान रही है !

आपको आरक्षण देना है , बिलकुल दो 
पर उसे नौकरी देने के बाद तो ...
सामान्य बना दो ! ये गरीबी ओर पिछड़ा 
दलित आदमी होने का तमगा तो हटा दो !

यह आरक्षण कब तक मिलता रहेगा उसे ?
इसकी भी कोई समय सीमा तय कर दो ?
या कि ~ बस जाति विशेष में पैदा हो गया 
तो आरक्षण का हकदार हो गया , और 
वह कभी सामान्य नागरिक नही होगा !

दादा जी जुल्म के मारे !
  बाप जुल्म का मारा !
    अब ... पोता भी जुल्म का मारा !
       आगे जो पैदा होगा वह भी ~
          जुल्म का मारा ही पैदा होगा !
             ये पहले से ही तय कर रहे हो ?

              वाह रे मेरे देश का दुर्भाग्य !

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