मंगलवार, 2 जुलाई 2013

अब पौधों से होगी रोशनी

दैनिक जागरण के राष्‍ट्रीय संस्‍करण से साभार

1 टिप्पणी:

  1. विज्ञान के लिए कुछ भी असम्भव नहीं,वो जुगनूँ की रौशनी का उपयोग कर सकता है,उल्लू की देखने की क्षमता एक दिन आदमी में पैदा कर सकता है,हमारी कल्पना में जो आज नहीं वो भी संभव है..उसके पास असंभव शब्द जो नहीं.

    जवाब देंहटाएं